लोन लेने में हो रही है परेशानी, तो अपनाएं 6 बातें और आसानी से लीजिए कर्ज

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Home Loan :- अगर आप भी होम होन लेना चाहते हैं और आपको भी कई तरह की परेशानियां आ रही है, बैंक आपको होम लोन देने से मना कर रहे हैं तो आज इस पोस्ट में आपको ऐसी 6 बातें बताई जाएगी, जिनके जरिए आप आसानी के साथ होम लोन ले सकते हैं। इसलिए होम लोन लेने से पहले आपको इन 6 बातों का खास ध्यान रखना होगा।

कई बार जब हम होम लोन लेने जाते हैं तो कमजोर क्रेडिट स्कोर (सिबिल स्कोर) या नियमित आय न होने के कारण बैंक लोन देने से मना कर देता है। इसके अलावा ये भी देखा जाता है कि इन कारणों से आपको उतना लोन नहीं मिल पाता है जितने की आपको जरूरत है। ऐसी स्थिति में आप हाताश हो जाते हैं और वापिस घर लौट आते हैं।

Loan Apply Tips

अगर आप सच में होम लोन लेना चाहते हैं और आपको सख्त जरूरत है तो आपको कोई भी लोन लेने से नहीं रोक सकता है। लेकिन आपको हमारे द्वारा बताई गई बातों का विशेष ध्यान रखना होगा और इन बातों को अपनाकर आप आसानी के साथ लोन ले सकते हैं। तो आईए जानते हैं काम की बातें ----

- कम रकम के लिए करें अप्लाई


जब भी आप कोई लोन लेने के लिए अप्लाई करते हैं तो हमेशा कम लोन अप्लाई करना चाहिए। कम लोन-टू-वैल्‍यू (एलटीवी) रेशियो आपके लिए लोन लेना आसान कर सकता है। इसका मतलब है कि घर खरीदने के लिए आपको अपना कॉन्ट्रिब्‍यूशन ज्‍यादा रखना होगा।

कम एलटीवी रेशियो चुनने से प्रॉपर्टी में खरीददार का कॉन्ट्रिब्‍यूशन बढ़ जाता है। इससे बैंक का जोखिम कम होता है। वहीं, कम ईएमआई से लोन की अफोर्डेबलिटी बढ़ती है। इससे आपको लोन मिलने की चांस बढ़ जाएंगे। इसलिए हमेशा कम रकम के लिए अप्लाई करना चाहिए ताकि बैंक को भी देने में कोई दिक्कत न हों।

- को-एप्‍लीकेट जोड़ें


अगर कम किसी से उधार पैसे लेते हैं तो उस समय किसी को गवाह के तौर पर रखते हैं ताकि पैसे देने वाले को आप पर विश्वास हो और वो आपको आसानी के साथ कोई रकम दे सकें। ऐसा ही आपको बैंक से लोन लेने के समय भी करना चाहिए। को-एप्‍लीकेंट जोड़ने से कर्ज देने वाली संस्‍थान का जोखिम कम हो जाता है।

को-एप्लीकेंट कोई ऐसा व्‍यक्ति हो सकता है, जिनकी स्‍थायी इनकम हो और अच्‍छा क्रेडिट स्‍कोर हो। लोन की रकम तब त‍क नहीं बढ़ेगी, जब तक वे अच्‍छी कमाई वाले को-एप्‍लीकेंट को नहीं जोड़ते हैं। को-एप्‍लीकेंट को जोड़ने से लोन अप्रूव होने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए ऐसा करना आपके लिए अच्छा रहेगा।

- सिक्‍योर्ड लोन लें


जो लोन किसी एसेट की गारंटी पर लिया जाता है, उसे सिक्योर्ड लोन कहते हैं। ऐसे में आपको भी सिक्योर्ड लोन लेना चाहिए। इसमें आपको ज्यादा झंझट भी नहीं होगा और आपको आसानी के साथ लोन भी मिल जाएगा। इसलिए आपको ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी।

लोन लेने के लिए आप प्रॉपर्टी, गोल्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), शेयर, म्यूचुअल फंड या PPF आदि जैसे एसेट्स पर लोन ले सकते है। अनसिक्‍योर्ड लोन के मुकाबले सिक्योर्ड लोन के लिए नियम थोड़े नरम होते हैं और आपको आसानी के साथ लोन भी मिल जाता है।

- संबंधित बैंक में ही करें लोन के लिए अप्लाई


अगर आपकी कोई रेगुलर इनकम नहीं है या फिर आपका सिबिल स्कोर खराब है तो आपको कोई ओर बैंक लोन नहीं देगा। क्योंकि जब आप लोन लेने के लिए जाते हैं तो सबसे पहले आपका क्रेडिट स्काेर चेक किया जाता है। ऐसे में आपको लोन लेने के लिए अपने संबंधित बैंक में ही लोन के लिए अप्लाई करना चाहिए।

जहां आपका अकाउंट या फिक्स्ड डिपोजिट (FD) हो हमेशा उसी बैंक में लोन के लिए अप्लाई करना चाहिए। क्योंकि उस बैंक के कर्मचारियों को आपके बारे में पता होता है। इसलिए जब आप वहां लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको लोन मिलने के चांस ज्यादा होते हैं।

- NBFC में भी कर सकते हैं आवेदन


यदि आपको बैंक से लोन मिलने में परेशानी हो रही है तो NBFC में लोन के लिए आवेदन करना ठीक रहेगा। क्योंकि वे कम क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को भी लोन देती हैं। हालांकि NBFC द्वारा ली जाने वाली ब्याज दर बैंकों द्वारा दी जाने वाली पेशकश की तुलना में अधिक होती हैं। इसलिए अगर आप ज्यादा ब्याज भर सकते हैं तो आपके लिए यह तरीका भी अच्छा हैं, लेकिन हम इसे आपके  लिए नुकसान दायक ही बताएंगे। क्योंकि जहां पर लोन लेने के बाद आपको ज्यादा ब्याज देना होंगा और साथ में मूल भी देना होगा। इसलिए आपको बैंक से लोन लेना चाहिए।

- फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो का रखें ध्यान


जब हम बैंक में लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो (FOIR) भी देखता है। इससे पता चलता है कि आप हर महीने लोन की कितने रुपए तक की किस्त दे सकते हैं। FOIR से पता चलता है कि आपकी पहले से जा रही ईएमआई, घर का कि‍राया, बीमा पॉलि‍सी और अन्‍य भुगतान मौजूदा आय का कि‍तना फीसदी है। अगर लोन दाता को आपके ये सभी खर्च आपकी सैलरी के 50% तक लगते हैं तो वह आपकी लोन एप्‍लि‍केशन को रि‍जेक्‍ट कर सकते है। इसीलिए यह ध्यान भी रखें की लोन की रकम इससे ज्यादा न हो।

नोट:- दोस्तों अगर आपको कोई ज्यादा सख्त जरूरत है तो ही आपको लोन के चक्कर में पड़ना चाहिए। अन्यथा आपको कर्ज के चक्कर से दूर रहना चाहिए। क्योंकि बुजुर्ग कहते हैं कि एक बार अगर व्यक्ति कर्ज के जाल में फंस जाता है तो वह आसानी के साथ इस मक्कड़ जाल से बाहर नहीं निकल पाता है। इसलिए कर्ज की बजाए किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार मांगकर काम चला लेना चाहिए।

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