Insurance क्या होता है? इंश्योरेंस कितने प्रकार का होता है? पूरी जानकारी हिंदी में

Share:

Insurance Kya Hota hai in Hindi - नमस्कार दोस्तों Wikipedia Hindi में आपका स्वागत है। हमारे पास कुछ पाठकों ने सवाल किया था कि भाई Insurance Kya Hai? पर एक पोस्ट लिखी जाए। जिसमें बताया जाए कि बीमा क्या है? बीमा कितने प्रकार का होता है? और लाइफ इंश्योरेंस लेने के क्या फायदे हैं? तो हमारे पाठकों के सवालों का जवाब देते हुए आज आर्टिकल लिख रहे हैं। जिसमें आपको Insurance संबंधी पूरी जानकारी दी जाएगी।

दोस्तों आज के समय में आपके पास कई ऐजंट आते हैं और आपको Health Insurance लेने के बारे में जानकारी देते हैं। आपको हैल्थ इंश्योरेंस के बारे में बहुत सारे फायदे भी बताए जाते हैं। लेकिन उस समय आपके मन में भी सवाल उठता है कि Health Insurance kya hai? हैल्थ इंश्योरेंस को लेने के फायदे क्या है? तो आज यहां पर आपको सभी जानकारी दी जाएगी।

Insurance Kya Hota Hai in Hindi - बीमा क्या होता है?

Insurance Kya Hota Hai in Hindi

आपको यह तो पता ही है कि Insurance को हिंदी में बीमा कहा जाता है। बीमा (Insurance) भविष्य में किसी नुकसान की आशंका से निपटने के लिए लिया जाता है। इसलिए बीमा (Insurance) को आने वाले समय में होने वाले नुकसान के लिए सहारे के तौर पर माना जाता है। हमें नहीं पता कि कल क्या होगा, इसलिए हम बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) के जरिये भविष्य में संभावित नुकसान की भरपाई की कोशिश करते हैं।

बीमा (Insurance) का मतलब जोखिम से सुरक्षा है। अगर कोई बीमा कंपनी (Insurance Company) किसी व्यक्ति का बीमा करती है तो उस व्यक्ति को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी। इसी तरह अगर बीमा कंपनी ने किसी कार, घर या स्मार्टफोन का बीमा किया है तो उस चीज के टूटने, फूटने, खोने या क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में बीमा कंपनी उसके मालिक को पहले से तय शर्त के हिसाब से मुआवजा देती है।

बीमा वास्तव में बीमा कंपनी और इंश्योरेंस लेने वाले व्यक्ति के बीच एक अनुबंध है। इस कॉन्ट्रेक्ट के तहत बीमा कंपनी बीमा (Insurance) लेने वाले व्यक्ति से एक निश्चित धनराशि (प्रीमियम) लेती है और बीमा (Insurance) पॉलिसी की शर्त के हिसाब से किसी नुकसान की स्थिति में हर्जाना देती है। इसलिए आज के समय में बीमा (Insurance) करवाना बहुत जरूरी हो गया है।

बीमा (Insurance) कितने प्रकार का होता है? Types of Insurance Policy


Insurance Kya Hota Hai तो आप जान ही गए हैं, इसके बाद सवाल उठता है कि बीमा (Insurance) कितने प्रकार का होता है। यह सवाल बहुत से लोगों के मनों में होता है और इसके जवाब के लिए आपने बहुत बार गूगल पर सर्च भी किया होगा।

अगर साधारण शब्दों में बात करें तो बीमा (Insurance) दो प्रकार का होता है। जिसमें एक मनुष्य के लिए होता है और दूसरे हमारे वाहनों या अन्य सामान की सेफ्टी के लिए होता है। आईए जानते हैं दोनों प्रकार कौन से हैं।

1. जीवन बीमा (Life Insurance)
2. साधारण बीमा (General Insurance)

जीवन बीमा (Life Insurance) क्या होता है?


जीवन बीमा (Life Insurance) के नाम से आप समझ गए हैं कि यह किसी व्यक्ति की जिंदगी मलतब लाइफ के लिए किया जाने वाला इंश्योरेंस होता है। जिसमें जीवन बीमा (Life Insurance) पॉलिसी लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिजनों को बीमा कंपनी द्वारा मुआवजा दिया जाता है।

जीवन बीमा (Life Insurance) भविष्य के लिए बहुत ही फायदेमंद सौदा होता है। मान लीजिए कि एक परिवार के मुखिया द्वारा जीवन बीमा (Life Insurance) लिया हुआ है और किसी कारण वश उसकी मौत हो जाती है तो उसके बाद उसकी पत्नी व बच्चों को आर्थिक संकट के बचाने के लिए बीमा कंपनी द्वारा मुआवजा दिया जाता है।

इसलिए ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए परिवार के मुखिया को जीवन बीमा (Life Insurance) जरूर लेना चाहिए ताकि आने वाले समय में उसका परिवार आर्थिक संकट से निकल सके। इसलिए हम भी अपने पाठकों को जीवन बीमा (Life Insurance) लेने की सलाह देते हैं।

साधारण बीमा (General Insurance) क्या होता है?


साधारण बीमा (General Insurance) में लाइफ इंश्योरेंस के अलावा अन्य साधनों पर बीमा किया जाता है। जिसमें वाहन बीमा ( Motor Insurance), स्वास्थ्य बीमा ( Health Insurance), यात्रा बीमा ( Travel Insurance), घर का बीमा ( Home Insurance), फसल बीमा ( Crop Insurance), कारोबार बीमा (Business Insurance) आदि होते हैं।

साधारण बीमा (General Insurance) लाइफ इंश्योरेंस से काफी अलग होता है। इसमें आपको नुकसान होने पर बीमा कंपनी द्वारा उसकी भरपाई की जाती है। मतलब जब आपका कोई नुकसान होगा तो उसका मुआवजा आपको बीमा कंपनी द्वारा चुकाया जाएगा। इसी को साधारण बीमा (General Insurance) कहा जाता है।

साधारण बीमा (General Insurance) के प्रकार - Types Of General Insurance


वाहन बीमा ( Motor Insurance) - आज भारत में हर किसी व्यक्ति के आप अपना खुद का वाहन है। इसलिए आपको सड़क पर वाहन चलाने के लिए वाहन का वाहन बीमा ( Motor Insurance) करवाना बहुत जरूरी है। अगर आप अपने वाहन का बीमा कराये बिना उसे रोड पर चलाते हैं तो आपको ट्रैफिक पुलिस जुर्माना कर सकती है।

वाहन बीमा ( Motor Insurance) पॉलिसी के हिसाब से वाहन को हुए किसी भी नुकसान के लिए बीमा कंपनी मुआवजा देती है। अगर आपका वाहन चोरी हो गया या उससे कोई दुर्घटना हो गयी है तो वाहन बीमा पॉलिसी आपकी काफी मदद कर सकती है। इसलिए आपको वाहन खरीदने के बाद उसका वाहन बीमा ( Motor Insurance) जरूर करवाना चाहिए।

वाहन बीमा ( Motor Insurance) पॉलिसी का सबसे अधिक फायदा आपको तब होता है, जब आपके वाहन से किसी व्यक्ति को चोट लग गई या किसी व्यक्ति की मौत हो गई हो। इसे थर्ड पार्टी इंश्योरेंस (Third Party Insurance) के तहत कवर किया जाता है। अगर आपके पास भी कोई भी बाइक, कार या कोई ओर वाहन है तो तो उसका वाहन बीमा ( Motor Insurance) जरूर कराना चाहिए।

स्वास्थ्य बीमा ( Health Insurance) -
आजकल बीमारियां बहुत ज्यादा बढ़ गई है, इसलिए ईलाज पर खर्च भी बहुत ज्यादा होने लगा है। अगर आपने स्वास्थ्य बीमा ( Health Insurance) लिया हुआ है तो आपके इलाज  का पूरा खर्च बीमा कंपनी करती है। उसके लिए आपको स्वास्थ्य बीमा ( Health Insurance) लेते समय पॉलिसी और बीमा की शर्तें जरूर पढ़नी चाहिए।

स्वास्थ्य बीमा ( Health Insurance) पॉलिसी के तहत इंश्योरेंस कंपनी किसी भी तरह की बीमारी होने पर इलाज पर खर्च होने वाली रकम देती है। किसी बीमारी पर होने वाले खर्च की सीमा आपकी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पर निर्भर करती है। इसलिए हमेशा जॉब या बिजनेस करने वाले व्यक्ति को अपना स्वास्थ्य बीमा ( Health Insurance) जरूर करवाना चाहिए।

घर का बीमा ( Home Insurance) - आपने बहुत सारे लोगों से Home Insurance के बारे में जरूर सुना होगा कि उन्होंने अपने घर का बीमा करवाया हुआ है। अगर आप अपने घर का बीमा ( Home Insurance) किसी साधारण बीमा कंपनी से कराते हैं तो इसमें आपके घर की सुरक्षा होती है। बीमा पॉलिसी खरीदने के बाद अगर आपके मकान को किसी भी तरह का नुकसान होता है तो उसका हर्जाना बीमा कंपनी देती है।

अपने घर को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए आपको भी घर का बीमा ( Home Insurance) करवाना चाहिए। घर का बीमा ( Home Insurance) में घर को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान में आग, भूकंप, आकाशीय बिजली, बाढ़ आदि की वजह से होने वाला नुकसान शामिल है। इसके अलावा कृत्रिम आपदा में घर में चोरी होना, आग, लड़ाई-दंगे आदि की वजह से घर को हुआ नुकसान भी शामिल है। इसीलिए आपको घर का बीमा ( Home Insurance) जरूर करवाना चाहिए।

यात्रा बीमा ( Travel Insurance) - अगर आप ज्यादा ट्रैवल करते रहते हैं तो आपको यात्रा बीमा ( Travel Insurance) जरूर करवाना चाहिए। क्योंकि यात्रा बीमा ( Travel Insurance) किसी यात्रा के दौरान होने वाले नुकसान से बचाता है। अगर कोई व्यक्ति किसी काम से या घूमने के लिए विदेश जाता हैं और उसे चोट लग जाती है या सामान गुम हो जाता है तो बीमा कंपनी उसे मुआवजा देती है।

यात्रा बीमा ( Travel Insurance) पॉलिसी आपकी यात्रा शुरू होने से लेकर यात्रा खत्म होने तक ही वैध होता है। यात्रा बीमा ( Travel Insurance) पॉलिसी के लिए अलग-अलग बीमा कंपनियों की शर्त अलग-अलग हो सकती है। इसलिए आपको कोई भी यात्रा बीमा ( Travel Insurance) लेने से पहले उसकी पॉलिसी व शर्तें जरूर पढ़नी चाहिए।

फसल बीमा ( Crop Insurance) - पिछले काफी समय से हमारे देश में फसलों के खराब होने की सिलसिला लगातार जारी है। हर सीजन बहुत सारे क्षेत्रों में फसलें बर्बाद हो जाती है। जिससे किसानों को बहुत भारी नुकसान होता है। इसलिए अगर आप फसल बीमा ( Crop Insurance) लेते हैं तो आपके फसल का होने वाले नुकसान का हर्जाना बीमा कंपनी भरेगी।

मौजूदा नियमों के अनुसार कृषि लोन लेने वाले हर किसान को फसल बीमा खरीदना जरूरी है। फसल बीमा ( Crop Insurance)  पॉलिसी के तहत फसल को किसी भी तरह का नुकसान होने पर बीमा कंपनी किसान को उसका मुआवजा देती है। फसल बीमा पॉलिसी के तहत आग लगने, बाढ़ की वजह से या किसी बीमारी की वजह से फसल खराब होने पर बीमा कंपनी की तरफ से मुआवजा दिया जाता है।

कारोबार बीमा (Business Insurance) - अगर आपने कोई कारोबार शुरू किया है तो आपको सबसे पहले कारोबार बीमा (Business Insurance) जरूरी लेना चाहिए। क्योंकि आपके कारोबार में होने वाले नुकसान की जिम्मेवार बीमा कंपनी होती है। इसलिए अगर आपने कारोबार बीमा (Business Insurance) खरीदा है तो उसका हर्जाना बीमा कंपनी को देना पड़ेगा।

कारोबार बीमा (Business Insurance) पॉलिसी में अलग-अलग शर्ते होती है, कुछ पॉलिसी में आपको सामान का बीमा किया जाता है, जबकि कुछ पॉलिसी में आपके पूरे कारोबार का बीमा होता है। इसलिए कारोबार बीमा (Business Insurance) लेते समय ध्यान से पढ़े और उसके बाद ही कोई पॉलिसी लें।

अंतिम शब्द


दोस्तों इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी दी गई है कि Insurance Kya Hota hai in Hindi? उसके साथ ही आपको Insurance कितने प्रकार का होता है? के बारे में भी पूरी जानकारी दी गई है। अंत में हम अपने पाठकों को बीमा पॉलिसी जरूर लेने की अपील करेंगे, ताकि भविष्य में होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

इसलिए अगर आपने अभी तक Insurance Policy नहीं ली है तो आपको भी अपने अनुसार कोई बीमा पॉलिसी जरूर लेनी चाहिए। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आएगी। अगर जानकारी पसंद आई हो तो कृप्या आगे जरूर शेयर करें। धन्यवाद

No comments