एमएसएमई क्या है, ऑनलाइन लोन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

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एमएसएमई क्या है, ऑनलाइन लोन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया What is MSME Registration Process information in hindi





भारत में विभिन्न प्रकार के उद्योग हैं, जिनको कुछ श्रेणियों में विभाजित किया गया है। जिसमें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्याोग शामिल है। उद्योग शुरू करने से पहले उसे सरकार के नियमों अनुसार रजिस्टर्ड करना होता है, जिसे हम एम.एस.एम.ई. (M.S.M.E) रजिस्ट्रेशन कहते हैं। यह बहुत ही आवश्यक होता हैं, क्योकि इसके तहत हमें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ और साथ ही प्रोत्सान प्राप्त होता है। इसे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। इन उद्योगों के लिए कुछ श्रेणी एवं नियम बनाए गए हैं, जिसके तहत यह पता चलता हैं कि कौन सा उद्योग किस श्रेणी में आता है। इस संबंधी ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता है, इसीलिए हम इस आर्टीकल के जरिए आपको इस बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।


एमएसएमई के प्रकार - MSME Types


जैसे कि हम पहले ही बता चुके हैं कि उद्योग कुछ श्रेणियों में बांटा गया है। उसी प्रकार से एमएसएमई के 2 प्रकार होते हैं। जिसके बारे में हम आपको विस्तारपूर्वक जानकारी देते हैं------

   
1. मैन्युफैक्चरिंग उद्योग :- ऐसे उद्योग जोकि मैन्युफैक्चरिंग का कार्य करते हैं, यानि किसी उत्पाद का निर्माण करने वाले उद्योगों को इसमें शामिल किया जाता है तो वह मैन्युफैक्चरिंग एमएसएमई उद्योग कहलाते हैं।
   
2. सर्विस उद्योग :- ऐसे उद्योग जिसमें सेवाएं प्रदान की जाती हैं वह सर्विस उद्योग होता है। इसके तहत दी जाने वाली सेवाएं विभिन्न संस्थानों को प्रदान की जाती हैं। उन्हें सर्विस एमएसएमई उद्योग कहा जाता है।

एमएसएमई की श्रेणी MSME Category



एमएसएमई के मैन्युफैक्चरिंग एवं सर्विस उद्यमों को 3 श्रेणियों के आधार पर वर्गीकृत किया गया हैं, जिसमें निवेश करने की कुछ लिमिट निर्धारित की गई थी, इस लिमिट में हालही में केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज के चलते संशोधन किया गया हैं। साथ ही इसमें एक नया क्राइटेरिया भी जोड़ा गया हैं, वह हैं सालाना टर्नओवर का। अब तक केवल इसमें निवेश क्राइटेरिया के आधार पर लिमिट तय की गई थी, किन्तु अब इसमें टर्नओवर भी देखा जायेगा। एमएसएमई की इन 3 श्रेणियों में तय की गई लिमिट की पहले की एवं वर्तमान की दोनों ही स्थिति की जानकारी इस प्रकार हैं.....

   
1. सूक्ष्म श्रेणी के उद्योग :- इस श्रेणी के अंतर्गत आने वाले मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में मशीनरी के लिए निवेश की लिमिट 25 लाख रूपये थी, जबकि सर्विस उद्योग में यह लिमिट 10 लाख रूपये थी, जिसे अब बढ़ा कर 1 करोड़ रूपये कर दिया गया है। साथ ही सालाना टर्नओवर जिनका 5 करोड़ होगा, वे इस श्रेणी के अंतर्गत आएंगे।
   
2. लघु श्रेणी के उद्योग :- इस श्रेणी में आने वाले मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के लिए निवेश की लिमिट 5 करोड़ रूपये थी और सर्विस उद्योग के लिए यह लिमिट 2 करोड़ रूपये थी, जिसे अब बढ़ा कर 10 करोड़ कर दिया गया है और इन उद्योगों के लिए सालाना टर्नओवर की लिमिट 50 करोड़ रूपये तय की गई है।
   
3. मध्यम श्रेणी के उद्योग :- मध्यम उद्योग की बात करें तो इस श्रेणी में आने वाले मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में निवेश की लिमिट 10 करोड़ रूपये थी, एवं सर्विस उद्योग के लिए यह लिमिट 5 करोड़ रूपये थी, इसे भी अब बढ़ा कर 20 करोड़ रूपये कर दिया गया है और सालाना टर्नओवर की लिमिट 100 करोड़ रूपये तय की गई है।

   
बैंक लाभ

एमएसएमई के तहत रजिस्टर्ड व्यवसाय में आपको बैंक से बॉण्ड - फ्री लोन की सुविधा मिलती हैं। साथ ही इसमें ब्याज की दर भी सामान्य उद्योगों के लिए दी गई ब्याज की दर से कम होती है। इसके साथ ही ओवरड्राफ्ट पर भी न्यूनतम 1 % ब्याज की दर में राहत मिलती हैं। इसके अलावा यदि बिज़नस लोन पास करने के बाद बैंक जो पेमेंट करने में समय लग जाता हैं तो ऐसी स्थिति में उद्योगों को ब्याज भी मिलता हैं।
   

लाइसेंस के रजिस्ट्रेशन में छूट

जब आप अपने व्यवसाय को एमएसएमई के तहत रजिस्टर्ड कर चुके होते हैं और इसके बाद जब आप अपने व्यवसाय के लिए लाइसेंस प्राप्त करते हैं, तो आपके व्यवसाय के लिए 50 % की छूट प्रदान की जाती है।

   
सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभ

जो व्यवसाय एमएसएमई के तहत पंजीकृत होते हैं, उन्हें बिजली, कर एवं सरकार द्वारा दी जाने वाली औद्योगिक सब्सिडी का लाभ प्राप्त होता है। इसके अलावा उन्हें प्रत्यक्ष करों में छूट, एक्साइज छूट आदि भी मिलती हैं।
   

प्रोडक्ट की मार्केटिंग में सरकारी सुविधा

एमएसएमई में रजिस्टर्ड उद्योगों द्वारा बनाये गए प्रोडक्ट्स जो विदेशों में पहचान दिलाने के लिए सरकार द्वारा लाभ प्रदान किया जाता हैं। सरकार इसमें उनके प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग करने के लिए आर्थिक रूप से उनकी सहायता करती हैं।


इस तरह से एमएसएमई के तहत रजिस्टर्ड सभी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को सरकार की ओर से लाभ प्राप्त होता हैं और साथ ही बैंक से लोन लेने के लिए यह एक लाभकारी योजना है।


दोस्तों वित्तमंत्री ने हाल ही में उद्योगों की ओर खास ध्यान देते हुए बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत अब आप अपने उद्योग के लिए सीधा बैंक से लोन ले सकते हैं, आपकी गारंटी सरकार द्वारा दी जाएगी। इसलिए आपको एमएसएमई के बारे में विस्तारपूर्वक जानना जरूरी है। अगर आपके मन में कोई शंका है या कुछ जानकारी चाहिए तो हमें कॉमेंट कर सकते हैं।

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