राफेल विमान क्या है? इसकी खासियत और PAK के F-16 और चीन के J-20 से तुलना - Wikipedia Hindi

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राफेल विमान | Dassault Rafale WIkipedia Hindi : नमस्कार दोस्तों, विकिपीडिया हिंदी में आपका स्वागत है। राफेल डील को लेकर पिछले लंबे समय से भारत में हंगामा मचा है। आखिरकार वो दिन भी आ गया है, जब जिस राफेल विमान पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थी, वो रूस से भारत के लिए रवाना हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार 29 जुलाई को राफेल विमान भारत पहुंच रहे हैं।



राफेल (Rafale) विमान जल्द ही भारत आने वाला है। इसे अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात किया जाएगा। इसके आते ही भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ जाएगी, क्योंकि हमारे दोनों ही पड़ोसी देशों यानी चीन और पाकिस्तान के पास ये खतरनाक फाइटर जेट नहीं है। पाकिस्तान के पास अमेरिका से खरीदा हुआ F-16 फाइटर जेट है, तो चीन के पास अपना बनाया हुआ जे-20 लड़ाकू विमान है। ऐसे में भारत के पास सबसे ज्यादा ताकतवर लड़ाकू विमान आने वाला है।


राफेल के भारत आने का इंतजार लंबे समय से लोगों द्वारा किया जा रहा था। क्योंकि हमारे पड़ोसी देशों के साथ तनाव की स्थिति के चलते लोग राफेल विमान को भारतीय वायुसेना की ताकत के रूप में देखना चाहते हैं। ऐसे में अब जब राफेल भारत में आने वाला है तो आप भी जान लीजिए कि आखिर क्या है राफेल विमान और इसकी खासियत क्या है?



राफेल विमान क्या है?  



 राफेल विमान फ्रांस की विमानन कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया 2 इंजन वाला लड़ाकू विमान है। सबसे पहले 1970 में फ्रांसीसी सेना द्वारा अपने पुराने पड़ चुके लड़ाकू विमानों को बदलने की मांग उठी थी। इसके बाद फ्रांस ने 4 यूरोपीय देशों के साथ मिलकर एक बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान की परियोजना पर काम शुरू किया, लेकिन बाद में उन देशों के साथ फ्रांस के मतभेद हो गए, जिसके बाद फ्रांस ने अकेले ही इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया।



राफेल विमान की खासियत क्या है?


 राफेल एक बहुत ही उपयोगी लड़ाकू विमान है। इसके एक विमान को बनाने में 70 मिलियन की लागत आती है। इस विमान की लंबाई 15.27 मीटर होती है और इसमें एक या दो पायलट ही बैठ सकते हैं। राफेल धरती और वायु में दुश्मन पर हमला कर सकता है। इसलिए राफेल को सबसे ज्यादा खतरनाम लडाकू विमान के तौर पर माना जा रहा है।


इस विमान की खासियत है कि यह ऊंचे इलाकों में भी लड़ने में माहिर है। राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है। यह अधिकतम 24,500 किलोग्राम का भार उठाकर उड़ने में सक्षम है। इसकी अधिकतम रफ्तार 2200 से 2500 किमी. प्रतिघंटा है और इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है।



भारतीय Dassault Rafale की PAK का F-16 और चीन के J-20 से तुलना



जैसे कि आपको पहले ही बता दिया गया है कि भारत के पडोसी देश पाकिस्तान के पास अमेरिका से खरीदा हुआ F-16 फाइटर जेट है, तो चीन के पास अपना बनाया हुआ जे-20 लड़ाकू विमान है। ऐसे में अब भारतीय सेना के खेमे में राफेल विमान शामिल होने से हमारी ताकत दोगुना हो जाएगा। लेकिन यहां कुछ लोग पूछते हैं कि आखिर राफेल विमान और पाक के एफ-16 व चीन के जे-20 में क्या अंतर है। तो उसी के लिए आपको यहां इनमें अंतर बताया जा रहा है।



- राफेल (Rafale) का कॉम्बैट रेडियस 3700 किलोमीटर है। जबकि एफ-16 (फोटो में) का 4200 किलोमीटर है, वहीं, जे-20 का 3400 किलोमीटर है।

- राफेल में तीन तरह की मिसाइलें लगेंगी। हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाली स्कैल्प मिसाइल, तीसरी है हैमर मिसाइल। इन मिसाइलों से लैस होने के बाद राफेल काल बनकर दुश्मनों पर टूट पड़ेगा।

- राफेल में लगी मीटियोर मिसाइल 150 किलोमीटर और स्कैल्फ मिसाइल 300 किलोमीटर तक मार कर सकती है, जबकि, HAMMER यानी Highly Agile Modular Munition Extended Range एक ऐसी मिसाइल है, जिनका इस्तेमाल कम दूरी के लिए किया जाता है। ये मिसाइल आसमान से जमीन पर वार करने के लिए कारगर साबित हो सकती हैं।

- पाकिस्तान की एफ-16 सिर्फ एमराम मिसाइलें हैं. जो सिर्फ 100 किलोमीटर तक मार कर सकती हैं, वहीं चीन के जे-20 जेट में 300 किमी तक मार करने वाली पीएल-15 मिसाइलें और 400 किलोमीटर तक मार करने वाली पीएल-21 मिसाइल लगी है।

- राफेल ऊंचाई हासिल करने के मामले में पाकिस्तान के एफ-16 से बहुत आगे है। पाकिस्तानी एफ-16 का रेट ऑफ क्लाइंब 254 मीटर प्रति सेकंड है तो राफेल का रेट ऑफ क्लाइंब 300 मीटर प्रति सेकंड है, जबकि चीन के जे-20 की 304 मीटर प्रति सेकंड है।

- राफेल एक मिनट में 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर जा सकता है। पाकिस्तानी एफ-16 एक मिनट में 15,240 मीटर और चीन का जे-20 एक मिनट में 18,240 मीटर की ऊंचाई पर जा सकता है।


- चीन के जे-20 फाइटर जेट की स्पीड 2100 किलोमीटर प्रति घंटा है, वहीं पाकिस्तानी एफ-16 की गति 2414 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि भारतीय राफेल की गति 2450 किलोमीटर प्रति घंटा है।

- राफेल ओमनी रोल लड़ाकू विमान है, यह पहाड़ों पर कम जगह में उतर सकता है। इसे समुद्र में चलते हुए युद्धपोत पर उतार सकते हैं, राफेल चारों तरफ निगरानी रखने में सक्षम है। इसका टारगेट अचूक होगा।

- 360 डिग्री विजिबिलिटी की वजह से पायलट को बस विरोधी को देखना है और बटन दबा देना है, बाकी काम कंप्यूटर कर लेगा। राफेल (Rafale) विमान एक बार में करीब 26 टन (26 हजार किलोग्राम) वजन ले जा सकता है।


काम की बात.....


दोस्तों ये हैं राफेल विमान के बारे में जानकारी, जिसके बारे में आपको पता होना बहुत जरूरी है। क्योंकि आने वाले दिनों में भारतीय सेना की ताकत दोगुना होने वाली है। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि भारतीय रफाल क्या है? रफाल की खासियत क्या है? दुश्मन के जेट की तुलना में विमान कितना ताकतवर होगा?

उम्मीद करते हैं कि आपको इस पोस्ट में पूरी जानकारी मिल गई हैं। अगर आपको किसी प्रकार की कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कॉमेंट करके पूछ सकते हैं। आपको हमारे द्वारा दी गई जानकार कैसे लगी कॉमेंट करके जरूर बताएं।

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